जलन एक ऐसी चीज है जो अक्सर इंसान को दूसरे इंसान का दुश्मन बना देती है चाहे वह कोई अपना को या पराया। जलन के चलते आज आदमी अपनों को भी नुकसान पहुंचाने में नहीं झिझकता। आज कोई भी किसी को खुद से ज्यादा समर्थ या आगे बढ़ते हुऐ नहीं देख सकता।
भीम शक्तिशाली और पराक्रमी थे वे खेल खेल में धृतराष्ट्र के बेटों को परेशान किया करते थे वे कभी पेड़ पर चढ़े कौरवों को पेड़ से गिरा देते तो कभी एक साथ दस दस लोगों को बाल पकड़कर खींचते। कभी उनको कुश्ती में हरा देते कभी सबको दौड़ में पीछे कर देते।भीमसेन ऐसा खेल खेल में करते थे। लेकिन दुर्योधन को भीम की शक्तियों से बड़ी जलन होती वह किसी भी तरह भीम को मारना चाहता था। एक दिन पांडव और कौरव वन में घूमने गए जब सभी लोग वहां खाना खाने बैठे तभी दुर्योधन ने चोरी भीम के खाने में जहर मिला दिया। भीम उस खाने को खाने के बाद बेहोश हो गए तब दुर्योधन ने अपने साथियों के साथ मिलकर भीम को नदी में फेंक दिया। तब भीम नागलोक पहुंचे चूंकि नागलोक भीम का ननिहाल था इसलिए नागों ने भीम को पहचान लिया और उसे जहर से मुक्त कर वरदान दिया कि वह दस हजार हाथियों जैसा बलशाली होगा और तब भीम ने कौरवों को मारकर महाभारत में नायक की भूमिका निभाई।
कथा बताती है कि कभी कभी आदमी दूसरों की कामयाबी को देखकर इतना परेशान हो जाता है कि जलन के कारण वह सामने वाले को किसी भी हद तक नुकसान पहुंचाने को तैयार हो जाता है।
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Aap sabhi bhaiyo & bahno se anurodh hai ki aap sabhi uchit comment de............
jisse main apne blog ko aap sabo ke samne aur acchi tarah se prastut kar saku......